- पवित्र नगर वाराणसी में शीघ्र ही “ऊर्जा गंगा” का आगमन
- कई अन्य परियोजनाओं का भी शिलान्यास और शुभारंभ
- गेल द्वारा सीजीडी परियोजना पर रुपये 1000 करोड़ का निवेश
- 50,000 घरों और 20,000 वाहनों को होगा लाभ
(वाराणसी, 24 अक्टूबर, 2016)
वाराणसी, 24 अक्टूबर, 2016: आज यहां माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने वाराणसी में ‘‘ऊर्जा गंगा’’ के आगमन के हेतु शहर गैस वितरण परियोजना (सीजीडी) का शिलान्यास उत्तर प्रदेश के महामहिम राज्यपाल श्री रामनाइक, माननीय केन्द्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री धर्मेन्द्र प्रधान, माननीय केन्द्रीय संचार राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और रेलवे राज्य मंत्री श्री मनोज सिन्हा, केन्द्रीय मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री श्री महेन्द्र नाथ पाण्डेय, माननीय केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री श्रीमती अनुप्रिया पटेल, उत्तर प्रदेश के माननीय खादी और ग्रामीण उद्योग मंत्री श्री ब्रह्मशंकर त्रिपाठी, संसद सदस्य श्री रामचरित निषाद, वाराणसी के मेयर श्री राम गोपाल मोहले तथा अन्य गणमान्य अतिथियों की उपस्थिति में किया ।
सीजीडी परियोजना के शिलान्यास से पावन नगर वाराणसी में पर्यावरण अनुकूल ईंधन प्राकृतिक गैस घरों, वाहनों और उद्योगों तक पहुंचने की शुरूआत होगी । यह परियोजना गेल (इंडिया) लिमिटेड की जगदीशपुर-हल्दिया और बोकारो-धामरा पाइपलाइन परियोजना (जेएचबीडीपीएल) का हिस्सा होगी जिसे आमतौर पर “ऊर्जा गंगा” के नाम से जाना जा रहा है ।
माननीय प्रधानमंत्री जी ने 765/400 केवीजीआईएस वाराणसी पॉवर स्टेशन का भी उद्घाटन किया और वाराणसी पोस्टल रीजन का भी उद्घाटन किया तथा डीजल लोकोमोटिव वर्क्स (चरण-ई) की विस्तार परियोजना को राष्ट्र को समर्पित किया । इसके साथ इलाहाबाद-वाराणसी रेल लाइन के विद्युतीकरण और रेलवे लाइन के दोहरीकरण की आधारशिला रखी । उन्होने इस अवसर पर वाराणसी शहर पर प्रतीकात्मक डाक टिकट भी जारी किया तथा पेरिशेबल कार्गो सेंटर की आधारशिला रखी ।
वाराणसी सीजीडी परियोजना का विकास जगदीशपुर हल्दिया तथा बोकारो-धामरा पाइपलाइन के परियोजना के साथ-साथ किया जाएगा जोकि देश में पहली बार किया जा रहा है । यह परियोजना 1,000 करोड़ रुपए के पूंजीगत निवेश से तैयार की जाएगी और आशा की जाती है कि लगभग 50,000 घरों को पीएनजी (पाइप्ड नेचुरल गैस ) तथा 20 सीएनजी स्टेशनों के माध्यम से 20,000 वाहनों को संपीडि़त प्राकृतिक गैस (सीएनजी) उपलब्ध कराएगी । परियोजना के भाग के रूप में 800 कि.मी. लंबी स्टील तथा मीडियम डेंसिटी की पॉलीइथीलीन (एमडीपीई) पाइपलाइनें बिछाई जाएंगी । इस सीजीडी परियोजना के आगमन से ग्रामीण क्षेत्रों को पांच लाख एलपीजी कनेक्शन देना संभव हो सकेगा ।
2,450 कि.मी. लंबी जेएचबीडीपीएल पाइपलाइन परियोजना का निष्पादन 12,940 करोड़ रुपए के निवेश से किया जा रहा है । इसमें भारत सरकार द्वारा दिया गया 40% पूंजीगत अनुदान (अर्थात 5,176 करोड़ रुपए) शामिल है । यह पाइपलाइन पांच राज्यों यथा उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, उड़ीसा और पश्चिम बंगाल के 40 जिलों से गुजरेगी । गेल को इस पाइपलाइन के मार्ग पर पड़ने वाले सात शहरों के लिए सीजीडी नेटवर्क का कार्य भी सौंपा गया है । इनमें वाराणसी, पटना, जमशेदपुर, कोलकाता, रांची, भुबनेश्वर एवं कटक शामिल हैं ।
गेल (इंडिया) लिमिटेड भारत की नम्बर 1 प्राकृतिक गैस कंपनी है और प्राकृतिक गैस ट्रांसमिशन में इसका हिस्सा 75% है । भारत में अग्रणी कंपनी होने के साथ ही गेल एशिया की नम्बर 1 गैस यूटीलिटी कंपनियों में है । गेल अपने 11,000 कि.मी. लंबें प्राकृतिक गैस के नेटवर्क के साथ गेल पॉवर, उर्वरक, उद्योगों, आटोमेटिव और साथ ही घरेलू उपभोक्ताओं की ईंधन की आवश्यकताओं की पूर्ति करती है । गैस ट्रांसमिशन, वितरण एवं प्रौसेसिंग के साथ कंपनी ने पेट्रोकेमिकल, एलपीजी परिसंचरण, शहर गैस परियोजनाओं तथा अन्वेषण और उत्पादन गतिवधियों में वैविध्यिीकरण किया है । कंपनी 5 वर्षों के भीतर अपने नेटवर्क को 15,000 कि.मी. तक विस्तारित करने के लिए प्रतिबद्ध है ।