भुवनेश्वर, अक्तूबर 20, 2017 : दीपावली के शुभ अवसर पर, श्री धर्मेन्द्र प्रधान, माननीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस तथा कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्री ने आज भुवनेश्वर के निवासियों के लिए पाइप्ड नैचुरल गैस (पीएनजी) की आपूर्ति प्रारंभ की ।
माननीय मंत्री ने गेल (इंडिया) लिमिटेड द्वारा नालको नगर में श्री बी सी त्रिपाठी, अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, गेल, डॉ. टी के चंद, सीएमडी, नालको, डॉ. आशुतोष कर्नाटक, निदेशक (परियोजना), गेल, श्री बी के ठाकुर, निदेशक (मानव संसाधन), नालको तथा अन्य गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति में पर्यावरण अनुकूल पीएनजी की आपूर्ति प्रारंभ की ।
कार्य की तीव्र गति पर खुशी व्यक्त करते हुए श्री प्रधान ने 255 घरों में पीएनजी की आपूर्ति के पहले चरण, जिसके मार्च 2018 तक पूरा होने की आशा थी, को शीघ्र प्रारंभ किए जाने पर गेल की प्रशंसा की । उन्होंने कहा कि गेल ने युद्ध स्तर पर परियोजना को शुरु किया और प्राकृतिक गैस की आपूर्ति को समय सीमा से लगभग छ: माह पहले शुरु किया ।
गैस की आपूर्ति की शुरुआत, प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी के गैस आधारित अर्थव्यवस्था के विकास तथा ‘प्रधानमंत्री ऊर्जा गंगा’ जो कि पांच राज्यों जैसे उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, ओडिशा और पश्चिम बंगाल से होकर जाएगी के माध्यम से पूर्वी भारत को देश की प्राकृतिक गैस ग्रिड से जोड़ने के सपने की ओर एक महत्वपूर्ण कदम है । परियोजना का सबसे लंबा खिंचाव - 769 किलोमीटर - ओडिशा में बनाया जाएगा। यह पाइपलाइन पूर्वी भारत के औद्योगिक विकास का नेतृत्व करेगी ।
भुवनेश्वर और कटक में सिटी गैस डिस्ट्रीब्यूशन (सीजीडी) परियोजनाओं को जगदीशपुर-हल्दिया और बोकारो-धामरा प्राकृतिक गैस पाइपलाइन (जेएचबीडीपीएल) के समानांतर में लिया गया है, जिसे 'प्रधान मंत्री ऊर्जा गंगा' के रूप में जाना जाता है । ओडिशा में, प्राकृतिक गैस पाइपलाइन रु.4000 करोड़ के अनुमानित निवेश से निर्मित होगी और 13 जिले जैसे भद्रक, जाजपुर, ढेंकनाल, अंगुल, सुंदरगढ़, संबलपुर, झारसुगुड़ा, देबगढ़, जगतसिंहपुर, कटक, खुरधा, पुरी तथा केंद्रपारा को शामिल करते हुए इसकी लंबाई 769 कि.मी. होगी और यह खुरधा, झारसुगुड़ा, राउरकेला, संबलपुर, भुबनेश्वर, कटक, अंगुल, ढेंकनाल, कलिंगनगर, जयपुर एवं पारादीप के प्रमुख औद्योगिक समूहों को जोड़ेगी ।
गेल ने निकट भविष्य में जीवन बीमा कॉलोनी और मैत्री विहार कॉलोनी में कुल 1000 घरों को शामिल करते हुए पीएनजी कनेक्शन उपलब्ध कराने की योजना है । शहर के प्रमुख होटलों, अस्पतालों और औद्योगिक इकाइयों में पीएनजी आपूर्ति के लिए भी मूल्यांकन किया जा रहा है।
शुरु में, प्राकृतिक गैस को “कैसकैड” नामक विशेष कंटेनरों में आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा से सड़क मार्ग द्वारा भुवनेश्वर तक पहुँचाया जाएगा । बाद में, जगदीशपुर-हल्दिया एवं बोकारो-धामरा नैचुरल गैस पाइपलाइन (जेएचबीडीपीएल) के माध्यम से प्राकृतिक गैस की आपूर्ति की जाएगी । वर्तमान में पाइपलाइन निर्माणाधीन है तथा 2019 तक इसके पूर्ण होने की संभावना है ।
भुवनेश्वर एवं कटक में, अगले तीन से पांच वर्षों में पीएनजी कनेक्शन की संख्या धीरे-धीरे बढ़ेगी । इसके अलावा, वाहनों के लिए कम्प्रेस्ड नैचुरल गैस (सीएनजी) ईंधन की आपूर्ति करने के लिए दोनों शहरों में 25 सीएनजी स्टेशन लगाए जाएंगे ।
पीएनजी न केवल पर्यावरण अनुकूल है, अपितु सबसे सुविधाजनक तथा सुरक्षित ईंधनों में से एक है । सिलेंडरों की बुकिंग तथा भंडारण की कोई परेशानी नहीं है क्योंकि पाइप के माध्यम से लगातार गैस की आपूर्ति की जाती है और मीटर रीडिंग के आधार पर ही उपयोग की गई गैस का भुगतान किया जाता है । इसके अलावा, रिसाव की अवांछित घटना होने पर, गैस तुरंत ऊपर उठकर बिना नुकसान पहुँचाए वातावरण में फैल जाती है ।
भुवनेश्वर में, चंद्रशेखरपुर, पाटिया, खंडगिरी और तमंदो में सीएनजी स्टेशनों के निर्माण की गतिविधियां शुरु हो गई हैं और जल्द ही आपूर्ति प्रारंभ कर दी जाएगी ।
भुवनेश्वर तथा कटक सीजीडी परियोजनाओं में रु.1,700 करोड़ का कुल पूंजी व्यय होगा, जिसमें से रु.400 करोड़ अगले तीन से पाँच वर्षों में व्यय किए जाएंगे ।
गेल (इंडिया) लिमिटेड भारत की उत्कृष्ट एकीकृत प्राकृतिक गैस कंपनी है, जिसका प्राकृतिक गैस ट्रांसमिशन में 75% से अधिक का मार्केट शेयर है । भारत की ईंधन आवश्यकताओं के लिए गेल, 11,000 किलोमीटर से अधिक प्राकृतिक गैस नेटवर्क द्वारा बिजली, उर्वरक, औद्योगिक, मोटर वाहन जैसे क्षेत्रों में तथा घरेलू उपभोक्ताओं को गैस की आपूर्ति करता है । प्राकृतिक गैस संचरण, वितरण और प्रोसेसिंग के अलावा, कंपनी ने पेट्रोकेमिकल्स, एलपीजी ट्रांसमिशन, शहर गैस परियोजनाएं एवं एक्सप्लोरेशन और प्रोडक्शन गतिविधियों में कंपनी ने व्यापारिक हितों में विविधता दर्ज की है । कंपनी अपने मौजूदा नेटवर्क को 5 वर्षों के भीतर 18,000 किलोमीटर तक बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है ।