प्रेस विज्ञप्ति

18-07-2023


गेल (इंडिया) लिमिटेड

ईंधन और रसायनों में बायोरिसाइक्लिंग कार्बन अपशिष्ट का पता लगाने के लिए गेल और लैंज़ाटेक के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर

नई दिल्ली, 18 जुलाई 2023 : भारत की सबसे बड़ी प्राकृतिक गैस कंपनी गेल (इंडिया) लिमिटेड और एक अभिनव कार्बन कैप्चर उपयोग ("सीसीयू") कंपनी लैंज़ाटेक ग्लोबल, इंक.,यूएसए, जो अपशिष्ट कार्बन को ऐसे उत्पादों में परिवर्तित करती है जिन्हें लोग अपने दैनिक जीवन में उपयोग करते हैं, ने नवीन प्रौद्योगिकी सोल्यूशन का पता लगाने के लिए एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं ताकि गेल के नेट जीरो 2040 लक्ष्यों को प्राप्त किया जा सके और वैश्विक स्तर पर व्यापक डीकार्बोनाइजेशन अनुप्रयोगों में सहयोग मिल सके।

गेल और लैंज़ाटेक एक पायलट स्केल सीओ 2 कैप्चर और रूपांतरण परियोजना स्थापना करेंगे जिसमें सीओ 2 को वायुमंडल में उत्सर्जित करने के बजाय उपयोगी सामग्रियों में परिवर्तित करने के लिए एक रोल मॉडल बनने की क्षमता होगी। लैंज़ाटेक की कार्बन कैप्चर और उपयोग तकनीक को गेल की नवीकरणीय एच2 और सीओ2 गैस धाराओं के संयोजन से यह परियोजना संसाधन उपयोग को सक्षम करेगी जहां रोजमर्रा की उपभोक्ता वस्तुओं जैसे कि ईंधन, पैकेजिंग और क्लॉथिंग के बिल्डिंग ब्लॉकस जो वर्जिन जीवाश्म ईंधन के बजाय जैव-पुनर्चक्रित सामग्री से तैयार किए जा सकते हैं।

श्री संदीप कुमार गुप्ता, अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, गेल ने कहा कि " लैंज़ाटेक के साथ इस सहयोग से भावी संभावनाएं हमारे कार्बन फुटप्रिंट में सुधार के लिए बहुत आशाजनक और महत्वपूर्ण हैं। हमारे प्रचालनों में स्थिरता लाने के लिए लैंज़ाटेक की अत्याधुनिक तकनीक का उपयोग करने से हमारा पर्यावरण प्रबंधन सुदृढ़ होगा और नए मार्ग प्रशस्त होंगे।”

लैंज़ाटेक के सीईओ और यूएस-इंडिया स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप के बोर्ड सदस्य डॉ.जेनिफर होल्मग्रेन ने कहा, "अपशिष्ट सीओ2 का उपयोग हमारी ज़रूरत की चीज़ों को बनाने के लिए किया जा सकता है।" उत्सर्जन को कम करने और नवीकरणीय परियोजनाएं के कार्यान्वयन के लिए गेल की प्रतिबद्धता के साथ कार्बन रीसाइक्लिंग में लैंज़ाटेक की विशेषज्ञता को शामिल कर इस परियोजना में सीओ2 को पर्यावरणीय दायित्व से मूल्य वर्धित उत्पाद में परिवर्तित करने की क्षमता है। सीओ2 भविष्य का कच्चा माल हो सकता है, जो जीवाश्म कार्बन को भूमिगत रहने में सक्षम बनाता है। हम गेल के साथ अपना सहयोग प्रदान करने के लिए उत्सुक हैं ताकि इस विज़न को साकार किया जा सके।”

लैंज़ाटेक की सीसीयू तकनीक एक शराब की भठ्ठी की तरह काम करती है: प्रोप्रिएटरी बैक्टीरिया औद्योगिक सुविधाओं से कार्बन युक्त प्रदूषण का उपभोग करते हैं और रबर, प्लास्टिक, सिंथेटिक फाइबर और ईंधन बनाने के लिए इसे कार्बनस्मार्ट™ रसायनों में परिवर्तित करते हैं। ये सामग्रियां क्लाथिंग, लॉन्ड्री डिटर्जेंट और टिकाऊ विमानन ईंधन ("एसएएफ") जैसे उपभोक्ता उत्पादों के लिए बिल्डिंग ब्लॉक बनाती हैं। लैंज़ाटेक का प्रौद्योगिकी प्लेटफार्म एक ऐसा भविष्य तैयार कर रहा है जहां उपभोक्ता वर्जिन जीवाश्म ईंधन से प्राप्त सामग्रियों पर निर्भर हुए बिना उन अपरिहार्य उत्पादों का उपयोग जारी रख सकते हैं जिनका वे प्रति दिन उपयोग करते हैं। उम्मीद है कि ऐसे उत्पाद प्रीमियम कीमत पर भी जलवायु के प्रति जागरूक उपभोक्ताओं द्वारा स्वीकार किए जाएंगे।

इस सहयोग के माध्यम से गेल और लैंज़ाटेक का लक्ष्य कार्बन उपयोग में नए मानक स्थापित करना है और सीओ2 गैस धाराओं के उपयोग के लिए एक आकर्षक मॉडल प्रदान करना है जो अन्यथा रूप से ग्रीनहाउस गैसों के रूप में उत्सर्जित होते हैं। गेल और लैंज़ाटेक ग्लोबल इंक के बीच यह साझेदारी गेल के नेट ज़ीरो तक पहुंचने के व्यापक ऊर्जा परिवर्तन और सतत विकास की खोज में एक मील का पत्थर साबित होगी।

गेल के बारे में

भारत की सबसे बड़ी प्राकृतिक गैस कंपनी गेल का मुख्यालय नई दिल्ली, भारत में स्थित है, जिसका व्यापार, संचरण,एलपीजी का उत्पादन और संचरण, एलएनजी पुनः गैसीकरण, पेट्रोकेमिकल्स, शहर गैस, ईएंडपी, आदि की प्राकृतिक गैस मूल्य श्रृंखला में विविध हित हैं। यह देश भर में फैले लगभग 15,400 किलोमीटर लंबी प्राकृतिक गैस पाइपलाइन नेटवर्क का प्रचालन करता है। इस विस्तार को और बढ़ाने के लिए कई पाइपलाइन परियोजनाओं के निष्पादन पर भी गेल एक साथ काम कर रहा है। गैस ट्रांसमिशन में गेल की बाजार हिस्सेदारी लगभग 70% है और भारत में इसकी गैस व्यापार हिस्सेदारी 50% से अधिक है। गेल और उसकी सहायक कंपनियों/जेवी की शहर गैस वितरण में भी जबरदस्त बाजार हिस्सेदारी है। तरलीकृत प्राकृतिक गैस (एलएनजी) बाजार में गेल के पास काफी बड़ा पोर्टफोलियो है। गेल सौर, पवन और जैव ईंधन जैसी नवीकरणीय ऊर्जा में भी अपनी उपस्थिति बढ़ा रहा है।

लैंज़ाटेक के बारे में

लैंज़ाटेक ग्लोबल, इंक. (नैस्डेक: एलएनजेडए) का मुख्यालय स्कोकी, आईएल में स्थित है। यह अपशिष्ट कार्बन को एकत्रित करता है और इसे टिकाऊ ईंधन, कपड़े, पैकेजिंग और अन्य उत्पादों जैसी सामग्रियों में परिवर्तित करता है। विभिन्न प्रकार के अपशिष्ट फीडस्टॉक का उपयोग करते हुए लैंज़ाटेक का प्रौद्योगिकी का प्लेटफॉर्म एक ऐसे भविष्य पर प्रकाश डालता है जहां उपभोक्ता अपने दैनिक जीवन में हर चीज के लिए वर्जिन जीवाश्म फीडस्टॉक पर निर्भर नहीं होंगे। लैंज़ाटेक का लक्ष्य विश्व में कार्बन का उपयोग करने के तरीके को चुनौती देना और परिवर्तित करना है, जिससे एक न्यू सर्कुलर कार्बन अर्थव्यवस्था को सक्षम बनाया जा सके, जहां कार्बन को अपशिष्ट करने के बजाय पुन: उपयोग किया जाता है, आकाश और महासागरों को स्वच्छ रखा जाता है और प्रदूषण रहित भविष्य का मार्ग प्रशस्त होता है । लैंज़ाटेक के बारे में अधिक जानकारी के लिए www.lanzatech.com देखें।

भविष्य उन्मुखी विवरण

इस प्रेस विज्ञप्ति में प्रबंधन की मान्यताओं और धारणाओं के आधार पर लैंज़ाटेक के संबंध में भविष्योन्मुखी विवरण शामिल हैं । हालाँकि लैंज़ाटेक का मानना है कि इन भविष्योन्मुखी विवरणों में परिलक्षित या सुझाई गई योजनाएँ, आशय और अपेक्षाएँ उचित हैं, लेकिन लैंज़ाटेक यह आश्वासन नहीं दे सकता है कि वह इन योजनाओं, आशयों या अपेक्षाओं को हासिल करेगा या साकार करेगा। भविष्योन्मुखी विवरण स्वाभाविक रूप से जोखिमों, अनिश्चितताओं और धारणाओं के अधीन होते हैं। आपको इन विवरणों पर अत्यधिक भरोसा नहीं करना चाहिए, जो केवल इसकी तिथि के बारे में बताते हैं। लैंज़ाटेक किसी भी भविष्योन्मुखी विवरण को सार्वजनिक रूप से अद्यतन या संशोधित करने के लिए कोई दायित्व नहीं लेता है, चाहे वह विधि द्वारा आवश्यक होने के सिवाय नई जानकारी, भविष्य की घटनाओं या अन्यथा के कारण हो।

संपर्क:

मीडिया संपर्क - लैंज़ाटेक
किट मैकडॉनेल, संचार निदेशक
press@lanzatech.com

निवेशक संबंध संपर्क - लैंज़ाटेक
उमर अल-शरकावी
उपाध्यक्ष, कॉर्पोरेट विकास
LanzatechIR@icrinc.com

मीडिया संपर्क - गेल (इंडिया) लिमिटेड
ज्योति कुमार
महाप्रबंधक (कॉर्पोरेट संचार)
jyotik@gail.co.in

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