25-10-2024
गेल (इंडिया) लिमिटेड
गेल और वर्बियो इंडिया ने कृषि अवशेष आधारित सीबीजी परियोजनाओं को विकसित करने के लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए
नई दिल्ली, 25 अक्टूबर 2024 : गेल (इंडिया) लिमिटेड और वर्बियो इंडिया प्राइवेट लिमिटेड ने आज भारत में कृषि अवशेष आधारित संपीड़ित बायोगैस (सीबीजी) संयंत्रों की स्थापना की संभावनाओं का संयुक्त रूप से पता लगाने के लिए समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए। गेल के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक श्री संदीप कुमार गुप्ता, गेल के निदेशकगण और वर्बियो समूह के संस्थापक/सीईओ श्री क्लॉस सॉटर की उपस्थिति में समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए।
श्री सुमित किशोर, कार्यकारी निदेशक (व्यापार विकास तथा अन्वेषण एवं उत्पादन), गेल और वर्बियो के प्रबंध निदेशक श्री आशीष कुमार ने समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। इस सहयोग का उद्देश्य स्थायी ऊर्जा समाधानों को बढ़ावा देने और कृषि अपशिष्ट के उपयोग को बढ़ाने के लिए दोनों कंपनियों की शक्तियों का लाभ उठाना है।
समझौता ज्ञापन की शर्तों के तहत दोनों पक्ष संयुक्त उद्यम (जेवी) मोड में ग्रीनफील्ड कृषि अवशेष-आधारित सीबीजी संयंत्रों की स्थापना के लिए उपयुक्त स्थानों की पहचान करने के लिए मिलकर काम करने का आशय रखते हैं। दोनों पक्षों ने पहचान की गई परियोजनाओं की व्यवहार्यता अध्ययन करने की परिकल्पना की है। अध्ययनों के परिणामों के आधार पर दोनों पक्ष परियोजना(ओं) में निवेश करने और एक संयुक्त उद्यम कंपनी बनाने के लिए अपने संबंधित प्रबंधन से निवेश अनुमोदन प्राप्त करेंगे। इसके अलावा, समझौता ज्ञापन के अनुरूप गेल पंजाब राज्य में वर्बियो के मौजूदा सीबीजी संयंत्र में इक्विटी अधिग्रहण करने की संभावना तलाश कर सकता है।
इस अवसर पर संबोधित करते हुए गेल के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक श्री संदीप कुमार गुप्ता ने कहा कि "वर्बियो के साथ यह समझौता ज्ञापन भारत में स्वच्छ ऊर्जा को आगे बढ़ाने की हमारी प्रतिबद्धता में एक महत्वपूर्ण कदम है। सीबीजी उत्पादन के लिए कृषि अवशेषों का उपयोग करके, हमारा लक्ष्य राष्ट्र की ऊर्जा सुरक्षा और स्थिरता लक्ष्यों में योगदान करना है। यह पहल न केवल एक अक्षय ऊर्जा स्रोत प्रदान करेगी, बल्कि कृषि अपशिष्ट का उपयोग करके स्थानीय किसानों की आय और आजीविका को भी बढ़ाएगी।"
वर्बियो ग्रुप के संस्थापक/सीईओ श्री क्लॉस सॉटर ने कहा कि "हम भारत में पराली जलाने के लिए सबसे नवोन्मेषी समाधानों में से एक के रूप में जैव ऊर्जा को संयुक्त रूप से तैनात करने के लिए गेल के साथ साझेदारी करने के लिए प्रसन्न हैं। यह सहयोग भारत में किसानों और ग्रामीण अर्थव्यवस्था का समर्थन करते हुए सीबीजी को बढ़ावा देने के हमारे दृष्टिकोण के अनुरूप है। गेल जैसे मजबूत भागीदार के साथ वर्बियो पूरे भारत में पंजाब में पहले से लागू सीबीजी अवधारणा की सफलता को दोहराने में सक्षम होगा । गेल और वर्बियो दोनों जैव ईंधन क्षेत्र में नवाचार को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध हैं, और यह सहयोग उस प्रतिबद्धता का प्रमाण है। कृषि अवशेषों का लाभ उठाकर हम न केवल स्वच्छ ऊर्जा उत्पन्न करेंगे, बल्कि जीएचजी उत्सर्जन को कम करने में भी योगदान देंगे जिससे पर्यावरण पर सकारात्मक प्रभाव पडेगा।"
गेल के बारे में: गेल भारत की अग्रणी गैस ट्रांसमिशन और वितरण कंपनी है, जिसके पास देश में व्यापक गैस ट्रांसमिशन और वितरण पाइपलाइन, एलपीजी निष्कर्षण संयंत्र और गैस आधारित पेट्रोकेमिकल प्लांट के अलावा अपस्ट्रीम तेल और गैस ब्लॉक और भारत में एलएनजी टर्मिनलों में हित है। गेल की वैश्विक उपस्थिति और यूएसए, सिंगापुर, म्यांमार, रूस, चीन और मिस्र में भी व्यावसायिक हित हैं। इसके अलावा, गेल अक्षय ऊर्जा की संपूर्ण मूल्य श्रृंखला और ग्रीन हाइड्रोजन और जैव ईंधन सहित अन्य स्वच्छ ऊर्जा उद्यमों में व्यावसायिक अवसरों की तलाश कर रहा है।
वर्बियो के बारे में:: वर्बियो यूरोप, उत्तरी अमेरिका और एशिया में मौजूद एक अग्रणी जैव ऊर्जा उत्पादक है। वर्बियो बायोफ्यूल जैसे बायोडीजल, बायोएथेनॉल और नवीकरणीय प्राकृतिक गैस (आरएनजी), फ़ीड, उर्वरक और साथ ही फार्मास्यूटिकल, कॉस्मेटिक्स, केमिकल और खाद्य उद्योगों के लिए उच्च गुणवत्ता वाले नवीकरणीय तत्व बनाता है। वर्बियो विश्व के सबसे बड़े आरएनजी उत्पादकों में से एक है, जिसका 100% आरएनजी कृषि अवशेषों पर आधारित है। वर्बियो जर्मन एसडीएएक्स (SDAX) में सार्वजनिक कंपनी के रूप में सूचीबद्ध है। कंपनी की स्थापना 2006 में हुई थी और इसका प्रशासनिक मुख्यालय जर्मनी के लीपज़िग में है। भारत में, वर्बियो ने पंजाब में 33 टन प्रति दिन (टीपीडी) की उत्पादन क्षमता के साथ भारत का सबसे बड़ा कृषि-अवशेष आधारित सीबीजी संयंत्र स्थापित किया है।