प्रेस विज्ञप्ति

30-01-2023

गेल (इंडिया) लिमिटेड

गेल ने वित्त वर्ष 23 के 9 माह में अब तक का सर्वाधिक राजस्व प्राप्त किया
पिछले वर्ष की इसी अवधि में प्रचालन से राजस्व 72% तक बढ़ कर 1,11,443 करोड़ रूपये रहा

नई दिल्ली, 30 जनवरी, 2023: गेल (इंडिया) लिमिटेड ने 31 दिसंबर, 2022 को समाप्त नौ महीनों के लिए प्रचालन से 1,11,443 करोड़ रुपये के राजस्व की सूचना दी, जो वित्तीय वर्ष 2021-22 की इसी अवधि के 64,678 करोड़ रुपये से 72% अधिक है। 31 दिसंबर, 2022 को समाप्त नौ महीने के लिए कर पूर्व लाभ (पीबीटी) पिछले वर्ष की इसी अवधि के दौरान 10,044 करोड़ रुपये की तुलना में 5,993 करोड़ रुपये रहा, जबकि कर पश्चात लाभ (पीएटी) पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में 7,681 करोड़ रुपये की तुलना में 4,698 करोड़ रुपये रहा।

तिमाही दर तिमाही आधार पर प्रचालन से राजस्व वित्तीय वर्ष 2023 की तीसरी तिमाही में 35,380 करोड़ रुपये दर्ज किया गया, जबकि वित्त वर्ष 2023 की दूसरी तिमाही में यह 38,491 करोड़ रुपये था। वित्त वर्ष 2023 की तीसरी तिमाही में कर पूर्व लाभ 223 करोड़ रूपये रहा जबकि कर पश्चात लाभ 246 करोड़ रूपये की तुलना में यह क्रमशः 1,876 करोड़ रुपये और 1,537 करोड़ रुपये था।

वित्त वर्ष 2023 की दूसरी तिमाही में 107.71 एमएमएससीएमडी की तुलना में तीसरी तिमाही में नेचुरल गैस ट्रांसमिशन 103.74 एमएमएससीएमडी रहा। गैस विपणन की मात्रा पिछली तिमाही के 92.54 एमएमएससीएमडी की तुलना में 89.89 एमएमएससीएमडी रही। एलएचसी की बिक्री 231 टीएमटी की तुलना में 248 टीएमटी रही और पिछली तिमाही की तुलना में पॉलिमर की बिक्री 108 टीएमटी की तुलना में 65 टीएमटी रही।

समेकित आधार पर वित्त वर्ष 2023 की तीसरी तिमाही में प्रचालन से राजस्व 35,940 करोड़ रुपये रहा, जबकि वित्त वर्ष 2023 की दूसरी तिमाही में यह 38,729 करोड़ रुपये था। वित्त वर्ष 2023 की तीसरी तिमाही मेंकर पूर्व लाभ 662 करोड़ रुपये रहा जबकि वित्त वर्ष 2023 की दूसरी तिमाही में यह 1,675 करोड़ रुपये था । वित्त वर्ष 2023 की तीसरी तिमाही में कर पश्चात लाभ 414 करोड़ रुपये रहा जबकि वित्त वर्ष 2023 की दूसरी तिमाही में यह 1,315 करोड़ रुपये था (गैर-नियंत्रित ब्याज को छोड़कर)। श्री संदीप कुमार गुप्ता, अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, गेल ने कहा कि 31 दिसंबर, 2022 को समाप्त नौ महीनों के दौरान प्रचालन से कंपनी का राजस्व 1 लाख करोड़ रुपये को पार कर गया, जो किसी भी वित्तीय वर्ष में अब तक का सबसे अधिक है। उन्होंने आगे कहा कि तिमाही के दौरान गेल ने "गेल भुवन" जहाज, मैसर्स एलएनजी जैपोनिका में 26% इक्विटी हिस्सेदारी हासिल की। स्पेशलिटी केमिकल सेगमेंट में प्रवेश के साथ कंपनी के व्यवसाय में विविधता लाने के लिए गेल बोर्ड ने उसर में 50 केटीए आइसोप्रोपेनॉल यूनिट (आईपीए) को मंजूरी दे दी है, जहां पीडीएचपीपी प्लांट पहले से ही निर्माणाधीन है। कंपनी ने अत्यधिक प्रतिस्पर्धी दर पर रिडीमेबल गैर-परिवर्तनीय डिबेंचर जारी करके 1,575 करोड़ रुपये की राशि जुटाई है और मुख्यतः पाइपलाइन, पेट्रोकेमिकल्स, ऑपरेशनल कैपेक्स आदि पर नौ महीनों के दौरान लगभग 6,278 करोड़ रुपये का कैपेक्स खर्च किया है, जो वार्षिक लक्ष्य का 79% है।

Also in this Section