30-07-2024
गेल (इंडिया) लिमिटेड
गेल ने वित्त वर्ष - 25 की पहली तिमाही में 33,692 करोड़ रुपए का राजस्व और 2,724 करोड़ रुपए का कर पश्चात लाभ अर्जित किया।
नई दिल्ली, 30 जुलाई, 2024 : गेल (इंडिया) लिमिटेड ने वित्त वर्ष-25 की पहली तिमाही में 33,692 करोड़ रुपए का प्रचालनों से राजस्व रिपोर्ट किया जो वित्त वर्ष-24 की पहली तिमाही में 32,227 करोड़ था। वित्त वर्ष-24 की पहली तिमाही के 1,889 करोड़ रुपये की तुलना में वित्त वर्ष -25 की पहली तिमाही में 3,642 करोड़ रुपये का कर पूर्व लाभ (पीबीटी) हुआ। वित्त वर्ष- 25 की पहली तिमाही में 2,724 करोड़ रुपए का कर पश्चात लाभ (पीएटी) अर्जित किया गया जो वित्त वर्ष-24 की पहली तिमाही में 1,412 करोड़ रुपए था।
तिमाही दर तिमाही आधार पर वित्त वर्ष - 25 की पहली तिमाही में प्रचालनों से उच्चतम राजस्व 33,692 करोड़ रुपये रहा, जबकि वित्त वर्ष- 24 की चौथी तिमाही में यह 32,335 करोड़ रुपये था। वित्त वर्ष-25 की पहली तिमाही में कर पूर्व लाभ में 28 प्रतिशत की बेहतर बढ़ोत्तरी के साथ 3,642 करोड़ रुपये का कर पूर्व लाभ रजिस्टर किया गया, जो वित्त वर्ष- 24 की चौथी तिमाही में 2,842 करोड़ रुपये था। वित्त वर्ष-25 की पहली तिमाह में कर पश्चात लाभ 25% वृद्धि के साथ 2,724 करोड़ रहा, जबकि वित्त वर्ष – 24 की चौथी तिमाही में यह 2,177 करोड़ रुपए था। मुख्य रूप से गैस ट्रांसमिशन की मात्रा तथा घरेलू प्राकृतिक गैस विपणन की मात्रा में वृद्धि तथा प्राकृतिक गैस मार्केटिंग मार्जिन में सुधार के कारण यह वृद्धि दर्ज की गई।
समेकित आधार पर वित्त वर्ष-25 की पहली तिमाही में प्रचालनों से राजस्व 34,822 करोड़ रुपए रहा, जबकि वित्त वर्ष-24 के दौरान यह 32,833 करोड़ रुपए था। वित्त वर्ष-25 की पहली तिमाही में कर पूर्व लाभ 4,114 करोड़ रुपए रहा, जबकि वित्त वर्ष- 24 की चौथी तिमाही में यह 3,099 करोड़ रुपए था । वित्त वर्ष-25 की पहली तिमाही में कर पश्चात लाभ (गैर-नियंत्रित ब्याज़ को छोड़कर) 3,183 करोड़ रुपए रहा, जबकि वित्त वर्ष-24 की चौथी तिमाही में यह 2,469 करोड़ रुपए था।
गेल के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक श्री संदीप कुमार गुप्ता ने कहा कि कंपनी ने वर्तमान तिमाही के दौरान मुख्य रूप से पाइपलाइनों, पेट्रोकेमिकल्स, संयुक्त उद्यमों के लिए इक्विटी आदि पर लगभग 1,659 करोड़ रुपये का पूंजीगत व्यय किया है, जो 8,044 करोड़ रुपये के वार्षिक लक्ष्य का लगभग 21 प्रतिशत है।
उन्होंने यह भी कहा कि गेल ने स्कोप-1 और स्कोप-2 उत्सर्जन के लिए पूर्व में निर्धारित 2040 के अपने नेट जीरो कार्बन लक्ष्य को अब 2035 कर दिया है।