प्रेस विज्ञप्ति

05-02-2019

वर्ष-दर-वर्ष आधार पर वित्तीय वर्ष 2018-19 की तीसरी तिमाही के लिए गेल का कर पश्चात लाभ 33% की बढ़ोतरी के साथ 1,681 करोड़ रुपए हुआ 35% की बढ़ोतरी के साथ कर पूर्व लाभ 2,507 करोड़ रुपए हुआ ; 27% की बढ़ोतरी के साथ सकल मार्जिन 2,894 करोड़ रुपए हुआ

नई दिल्‍ली, 05 फरवरी, 2019 : गेल (इंडिया) लिमिटेड ने गत वित्‍तीय वर्ष की समान तिमाही की तुलना में वित्‍तीय वर्ष 2018-19 की तीसरी तिमाही में कर पश्‍चात लाभ (पीएटी) में 33% की वृद्धि दर्ज की है । यह वृद्धि प्राकृतिक गैस (एनजी) विपणन, प्राकृतिक गैस संरचरण, तरल हाइड्रोकार्बन (एलएचसी) तथा एलपीजी संचरण खंड में बेहतर निष्‍पादन के कारण हुई है । गत वित्तीय वर्ष की समान तिमाही की तुलना में 31 दिसंबर, 2018 को समाप्त तिमाही में कंपनी का कर पश्चात लाभ (पीएटी) 1,262 करोड़ से बढ़कर 1,681 करोड़ रुपए हुआ । तीसरी तिमाही के लिए गेल का कर पूर्व लाभ (पीबीटी) 35% की वृद्धि के साथ 2,507 करोड़ रुपए हुआ जो गत वित्‍तीय वर्ष की समान तिमाही में 1,858 करोड़ रुपए था ।

वर्ष दर वर्ष आधार पर वित्त वर्ष 2018-19 की तीसरी तिमाही के निवल लाभ में वृद्धि प्राकृतिक गैस विपणन की मात्र में 9%, एलपीजी संचरण में 11% तथा तरल हाइड्रोकार्बन बिक्री में 5% की वृद्धि के समर्थन से संभव हुई है । नौ माह के आधार पर वित्‍तीय वर्ष 2017-18 की समान अवधि की तुलना में गेल का कर पश्‍चात लाभ 36% की महत्‍वपूर्ण बढ़ोतरी के साथ 4,903 करोड़ रुपए हुआ है ।

श्री बी.सी. त्रिपाठी, अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, गेल ने कहा कि इस क्षेत्र में बेहतर मार्जिन के कारण एलएचसी सेगमेंट ने गत तिमाही की तुलना में तीसरी तिमाही में उल्‍लेखनीय बेहतर निष्‍पादन किया । तथापि, इस तिमाही में प्राकृतिक गैस कारोबार एवं पेट्रोकेमिकल सेगमेंट में मार्जिन दबाव में था । इसके अलवा, नौ माह के आधार पर व्‍यापार के सभी क्षेत्रों में बेहतर भौतिक निष्‍पादन के समर्थन से गत वित्‍तीय वर्ष की तुलना में कंपनी की वार्षिक कर पश्‍चात लाभ में वृद्धि हुई है ।

श्री त्रिपाठी ने अवगत कराया कि पाता स्थित गेल का पेट्रोकेमिकल यूनिट ने मूल्य वर्धित मेटेलोसिन फिल्म ग्रेड का उत्पादन के लिए भारत में पहला स्थान प्राप्त कर इतिहास रचा है । देश-व्यापी बिक्री इस क्षेत्र में सफल प्रायोगिक परीक्षण के पश्‍चात गुणवत्ता के प्रति जागरूक ग्राहकों के लिए शुरू हुई है । गेल का यह कदम न केवल एक विश्वसनीय और स्वदेशी आपूर्ति स्रोत घरेलू उपभोक्ताओं को प्रदान करेगा, बल्कि प्रारंभिक अनुमान के अनुसार, भारत के लिए वार्षिक रूप से 100 मिलियन यूएसडी से अधिक की विदेशी मुद्रा बचत में सहायता करेगा।

उन्‍होंने कहा कि गेल को वर्ष 2018-19 के दौरान लगभग 7,000 करोड़ रुपए का पूंजीगत परिव्‍यय प्राप्‍त करने का अनुमान है जिसमें गत वर्ष की तुलना में 70% से अधिक की वृद्धि हुई है । विख्‍यात प्रधानमंत्री ऊर्जा गंगा परियोजना का पहला फेज़ इस माह के अंत तक पूरा हो जाएगा ।

कंपनी ने वित्‍तीय वर्ष 2018-19 के लिए 6.25/- रुपए प्रति इक्विटी शेयर (अंकित मूल्‍य 10/- रुपए प्रति शेयर) के लिए अंतरिम लाभांश की घोषणा भी किया है ।

Last Updated: May 31, 2019

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