06-02-2019
गेल ने मैसर्स आईएल एंड एफएस से बोकारो-दुर्गापुर खंड का पाइपलाइन बिछाने का अनुबंध रद्द किया
प्रधानमंत्री ऊर्जा गंगा खंड के लिए पुनः अनुबंध किया गया तथा तीन कॉन्ट्रेक्ट्र्स को कार्य सौंपा गया
नई दिल्ली, 06 फरवरी, 2019 : पूर्वी भारत के राज्यों में प्राकृतिक गैस पाइपलाइन वाली प्रधानमंत्री ऊर्जा गंगा परियोजना की समयसीमा को कायम रखने के लिए, निष्पादन के अंतर्गत इस प्रतिष्टित परियोजना के ओनर व प्रचालक गेल (इंडिया) लिमिटेड ने वित्तीयसंकट होने के कारण परियोजना की खराब प्रगति के चलते मैसर्स आईएलएंडएफएस से पाइप बिछाने के लिए किया गया अनुबंध रद्द किया । अब बोकारो-दुर्गापुर खंड (124 कि.मी.) का टेंडर फिर से किया गया तथा उर्वरक, सिटी गैस वितरण और अन्य औद्योगिक उपभोक्ताओं को आपूर्ति नेट्वर्क बढ़ाने हेतु निर्माण कार्यों में तेजी लाने के लिए तीन अलग-अलग कॉन्ट्रेक्टर्स को अनुबंध सौंपा गया । इस महत्वपूर्ण दौर में पूर्व में किए गए विशेष उपाय में परियोजना गतिविधियों की देखरेख के लिए परियोजना सलाहकार मैसर्स इंजीनियर्स इंडिया लिमिटेड का स्थान मैसर्स मैकॉन को प्राप्त हुआ ।।
पूर्वी भारत के राज्यों में प्राकृतिक गैस पाइपलाइन वाली प्रधानमंत्री ऊर्जा गंगा परियोजना की समयसीमा को कायम रखने के लिए, निष्पादन के अंतर्गत इस प्रतिष्टित परियोजना के ओनर व प्रचालक गेल (इंडिया) लिमिटेड ने वित्तीयसंकट होने के कारण परियोजना की खराब प्रगति के चलते मैसर्स आईएलएंडएफएस से पाइप बिछाने के लिए किया गया अनुबंध रद्द किया । अब बोकारो-दुर्गापुर खंड (124 कि.मी.) का टेंडर फिर से किया गया तथा उर्वरक, सिटी गैस वितरण और अन्य औद्योगिक उपभोक्ताओं को आपूर्ति नेट्वर्क बढ़ाने हेतु निर्माण कार्यों में तेजी लाने के लिए तीन अलग-अलग कॉन्ट्रेक्टर्स को अनुबंध सौंपा गया । इस महत्वपूर्ण दौर में पूर्व में किए गए विशेष उपाय में परियोजना गतिविधियों की देखरेख के लिए परियोजना सलाहकार मैसर्स इंजीनियर्स इंडिया लिमिटेड का स्थान मैसर्स मैकॉन को प्राप्त हुआ ।
श्री बी सी त्रिपाठी, अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, गेल ने प्रधानमंत्री ऊर्जा गंगा परियोजना के उल्लिखित समय सीमा के अंदर ही सख्ती से पूरा किए जाने को सुनिश्चित करने के लिए कंपनी की प्रतिबद्धता की पुष्टि की । तदनुसार, दुर्गापुर-हल्दिया तथा बोकारो-रांची-अंगुल-धामरा (1900 किमी) की ओर दोभी (गया) से आगे इस परियोजना का फेज़-2 दिसम्बर, 2020 तक प्रगतिशीलता से पूर्ण होगा जबकि बरौनी से गुवाहाटी की 750 किमी की पाइपलाइन का दिसम्बर 2021 तक परिचालित होना अपेक्षित है ।