23.08.2019
गेल ने वित्त वर्ष 2019-20 की दूसरी तिमाही में 1,064 करोड़ रुपए का कर पश्चात लाभ दर्ज किया
नई दिल्ली, नवंबर 8, 2019: गेल ने वित्त वर्ष 20 की प्रथम तिमाही के 1,288 करोड़ की तुलना में वित्त वर्ष 20 की दूसरी तिमाही में 1,064 करोड़ रुपए का कर पश्चात लाभ दर्ज किया । वित्त वर्ष 20 की दूसरी तिमाही में कर पूर्व लाभ (पीबीटी) 1,535 करोड़ रुपए हुआ जबिक वित्त वर्ष 20 की प्रथम तिमाही में यह 1,981 करोड़ रुपए था ।
वर्तमान तिमाही में भौतिक निष्पादन में सुधार के कारण कंपनी का कारोबार 18,010 करोड़ रुपए रहा जबकि वित्त वर्ष 20 की प्रथम तिमाही में यह 18,276 करोड़ रुपए था । भौतिक निष्पादन वित्त वर्ष 20 की प्रथम तिमाही की तुलना में पेट्रोकेमिकल, एलपीजी संचरण, एलएचसी तथा गैस संचरण खंड में क्रमशः 59%, 21%, 11% तथा 3% का सुधार हुआ । अंतर्राष्ट्रीय बाजार में गैस के मूल्य में कमी के कारण पेट्रोकेमिकल तथा एलएचसी का बाजार मूल्य में क्रमशः 8% तथा 25% की गिरावट के कारण वित्त वर्ष 20 की प्रथम तिमाही की तुलना में दूसरी तिमाही के लाभ पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा ।
छमाही आधार पर गेल का सकल कारोबार 2019-20 की प्रथम छमाही में 36,286 करोड़ रुपए रहा जबकि वित्त वर्ष 2018-19 में यह 36,358 करोड़ रुपए था । वर्ष 2018-19 की प्रथम छमाही में 3,222 करोड़ रुपए की तुलना वर्तमान छमाही में कर पश्चात लाभ 2,352 करोड़ रुपए है ।
समेकित आधार पर वित्त वर्ष 20 की प्रथम छमाही में 36,662 करोड़ रुपए की सकल बिक्री हुई जबकि यह वित्त वर्ष 19 की प्रथम छमाही में 36,708 करोड़ रुपए थी । कर पश्चात लाभ वित्त वर्ष 20 की प्रथम छमाही में 2,671 करोड़ रुपए हुआ जबकि वित्त वर्ष 19 की प्रथम छमाही में यह 3,232 करोड़ रुपए था ।
डॉ. आशुतोष कर्नाटक, अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, गेल ने कहा कि वित्त वर्ष 20 की दूसरी तिमाही में कंपनी का भौतिक निष्पादन वित्त वर्ष 20 की प्रथम तिमाही की तुलना में प्रचालनगत क्षमता के कारण बेहतर हुआ है । पेट्रोकेमिकल संयंत्र शत-प्रतिशत क्षमता में प्रचालित हो रहे हैं । इसके अतिरिक्त देश में गैस आधारित अर्थव्यवस्था के सृजन हेतु गैस संचरण की मात्रा में भी बढ़ोतरी हो रही है । तथापि, अंतर्राष्ट्रीय बाजार निर्धारित होने वाले पेट्रोकेमिकल तथा तरल हाइड्रोकार्बन (एलएचसी) के मूल्य में कमी के कारण लाभ पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है ।