17-02-2019
माननीय प्रधानमंत्री ने 'प्रधानमंत्री ऊर्जा गंगा' चरण - I राष्ट्र को समर्पित किया
पटना शहर गैस वितरण नेटवर्क का भी उद्घाटन किया गया
बरौनी (बिहार), 17 फरवरी, 2019: माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज जगदीशपुर - हल्दिया और बोकारो - धामरा प्राकृतिक गैस पाइपलाइन परियोजना (JHBDPL), जिसे प्रसिद्ध रूप से 'प्रधानमंत्री ऊर्जा गंगा' के नाम से जाना जाता है, का पहला चरण राष्ट्र को समर्पित किया और पटना में शहर गैस वितरण (CGD) नेटवर्क का उद्घाटन किया।
इस अवसर पर बिहार के माननीय राज्यपाल श्री लालजी टंडन, बिहार के माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार, माननीय केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्री श्री राम विलास पासवान, माननीय केंद्रीय विधि और न्याय तथा इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री श्री रविशंकर प्रसाद, माननीय केंद्रीय राज्यमंत्री (स्वंतत्र प्रभार), सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम श्री गिरिराज सिंह, माननीय केंद्रीय राज्यमंत्री (स्वंतत्र प्रभार) विद्युत तथा नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा श्री आर के सिंह, माननीय केंद्रीय राज्यमंत्री, ग्रामीण विकास श्री राम कृपाल यादव, माननीय केंद्रीय राज्यमंत्री, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण श्री अश्विनी कुमार चौबे, बिहार के माननीय उपमुख्यमंत्री श्री सुशील कुमार मोदी और अन्य गणमान्य पदाधिकारी उपस्थित थे ।
माननीय प्रधानमंत्री द्वारा ‘प्रधानमंत्री ऊर्जा गंगा’ के चरण I की नींव 25 जुलाई 2015 को पटना में डाली गई थी और 585 कि.मी. लंबे फूलपुर – दोभी – बरौनी खंड तथा पटना और वाराणसी तक इसकी स्परलाइनें पूरी कर ली गई हैं। यह खंड बिहार के नौ जिलों (415 कि.मी.) और उत्तर प्रदेश के तीन जिलों (170 कि.मी.) को कवर करते हुए गुजरता है। बिहार में कवर किए गए जिले पटना, कैमूर, रोहतास, औरंगाबाद, गया, नालंदा, लखीसराय, बेगूसराय और शेखूपुरा हैं।
JHBDPL पाइपलाइन की कुल लंबाई 2,655 किलोमीटर है और इसमें उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, ओडिशा और पश्चिम बंगाल शामिल हैं और इसे बरौनी से गुवाहाटी (असम) तक 729 किलोमीटर पाइपलाइन के माध्यम से आगे बढ़ाया गया है। इस परियोजना को 12,940 करोड़ रुपये के निवेश से निष्पादित किया जा रहा है जिसमें भारत सरकार से 40% पूंजी अनुदान (अर्थात 5176 करोड़ रुपए) भी शामिल है । परियोजना को चरणों में 2020 तक पूरा किया जाना निर्धारित है। बिहार में कुल निवेश 2,300 करोड़ रुपये है।
बरौनी, सिंदरी और गोरखपुर में उर्वरक इकाइयों को पुनर्जीवित करने में प्राकृतिक गैस पाइपलाइन महत्वपूर्ण होगी और यह पटना, वाराणसी, रांची, जमशेदपुर, भुवनेश्वर, कटक, कोलकाता और पाइपलाइन के रास्ते में पड़ने वाले अन्य शहरों में घरों और वाहनों के लिए प्राकृतिक गैस की आपूर्ति करेगी। पर्यावरण के अनुकूल, सुविधाजनक और किफायती प्राकृतिक गैस की उपलब्धता प्रदूषण का स्तर कम करने में भी मदद करेगी। परियोजना निष्पादन से हजारों व्यक्तियों के लिए प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार उत्पन्न होना संभावित है ।
माननीय प्रधानमंत्री ने पटना में सीजीडी नेटवर्क का भी उद्घाटन किया, जिसके तहत घरेलू ग्राहकों और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों जैसे होटल, रेस्तरां, उद्योग आदि को पाइप्ड प्राकृतिक गैस (पीएनजी) की आपूर्ति की जाएगी जबकि परिवहन क्षेत्र के लिए सीएनजी स्टेशनों के माध्यम से संपीड़ित प्राकृतिक गैस (सीएनजी) की आपूर्ति की जाएगी।
लगभग 5,000 पीएनजी घरों के लिए इन्फ्रास्ट्रक्चर तैयार किया जा चुका है और शुरुआत में, बीआईटी मेसरा, हवाई अड्डे के पास पटना कैंपस और कैंपस में दो छात्रावासों के लिए पीएनजी की आपूर्ति शुरू की जाएगी। दो सीएनजी स्टेशन (पहला रुकुनपुरा, बेली रोड के पास और दूसरा पटना टोल एनएच 1, बाईपास रोड के पास) भी शुरू किए गए ।
गेल को 'प्रधान मंत्री उर्जा गंगा' परियोजना के साथ पटना, वाराणसी, रांची, जमशेदपुर, भुवनेश्वर और कटक जैसे प्रमुख शहरों में सीजीडी नेटवर्क बिछाने के लिए अधिकृत किया गया है जिसे कंपनी निष्पादित कर रही है।
पटना सीजीडी परियोजना को अगले पांच वर्षों में 360 करोड़ रुपये और 25 वर्षों में समग्र रूप से 1200 करोड़ रुपये के नियोजित व्यय के साथ निष्पादित किया जा रहा है।