18.04.2020
नई दिल्ली, 18 अप्रैल, 2020: कोविड -19 के कारण हुए लॉकडाउन के समाप्त होने पर गेल राष्ट्रीय महत्व की विभिन्न हाइड्रोकार्बन बुनियादी ढांचागत परियोजनाओं के निर्माण को पुन: प्रारम्भ करने के लिए तत्पर है। गैस आधारित अर्थव्यवस्था के विस्तार को सक्षम करने के लिए महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचागत परियोजनाओं को प्रारंभ करने के लिए, गेल ने अपनी सहायिकियों और जेवी कंपनियों के साथ विभिन्न अवस्थितियों एवं परिस्थितियों हेतु कैच-अप योजनाएंतैयार की हैं ताकिकार्य समय से बिना किसी स्लिपेज के संपन्नन हो सकें।
राज्यों में स्थानीय प्रशासनिक प्राधिकारियों के सहयोग से 20 अप्रैल, 2020 से प्रारंभ करते हुए लघु अवधि से मध्यम अवधि के उपायों कोप्रारंभ किया जाएगा । कंपनी ने सभी संबंधितों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए लॉकडाउन अवधि के दौरान विभिन्न कार्यस्थएलों / शिविरों में काम कर रहे प्रवासी मजदूरों के निरंतर ठहरने की व्यवस्था की है।
भारत सरकार द्वारा जारी किए गए निर्देशों / दिशानिर्देशों के अनुपालन में परियोजना स्थलों और कार्य केंद्रों पर मास्क के उपयोग को बढ़ावा देने, स्वच्छता और सामाजिक दूरी के मानदंडों को सुनिश्चित करने के लिए विस्तृत एसओपी / प्रोटोकॉल भी तैयार किए गए हैं।
इसी के साथ साथ , गेल ने उर्वरक, विद्युत, रिफाइनरी और शहर गैस वितरण जैसी महत्वपूर्ण डाउनस्ट्रीम उपयोगिताओं के लिए ओएमसी को प्राकृतिक गैस और एलपीजी की सुरक्षित और निर्बाध आपूर्ति बनाए रखी है ।
लॉकडाउन के दूसरे चरण की समाप्त होने पर पूर्ण गतिविधियों को पुन:प्रारंभ करने के लिए समर्थन हेतु विभिन्न। मुद्दों पर मार्गदर्शन लेने के लिए कंपनी का प्रबंधन नोडल मंत्रालय के साथ नियमित संपर्क में है। निकट भविष्य में सामान्य स्थिति में लौटने के लिए गेल की तत्परता योजना के तहत प्रमुख हितधारकों को वर्तमान घटनाक्रमों के साथ-साथ प्रस्तावित कार्रवाई से अवगत करा दिया गया है।
परिचालन प्रतिबद्धता सुनिश्चित करने के साथ साथगेल और उसके कर्मचारी लगभग रु.54 करोड़ ' PM CARES FUND' में योगदान कर इस रोग से लड़ने में भी सबसे आगे रहे हैं । । इसके अलावागेल ने अब तक देश भर के विभिन्न जिला प्रशासनों को पीपीई, वेंटीलेटर्स, मास्क और अन्य चिकित्सा उपकरणों की खरीद के लिए 3.5 करोड़ रुपये से अधिक का सहयोग प्रदान किया है । भोजन के पैकेट, राशन किट आदि का वितरण भी कई स्थानों पर समाज के हाशिए पर स्थित और जरूरतमंद वर्गों को तत्काल सहायता प्रदान करने के लिए किया जा रहा है।