प्रेस विज्ञप्ति

23.08.2019

PressRelease

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झारखंड के माननीय मुख्य मंत्री श्री रघुवर दास, माननीय जनजातीय कार्य मंत्री,
श्री अर्जुन मंडा तथा माननीय मंत्री, पी एंड एनजी श्री धर्मेन्द्र प्रधान द्वारा रांची में
सीएनजी चालित वाहन और डी-पीएनजी आपूर्ति का शुभारंभ

  • मधुवन विहार और खुकरी में सीएनजी स्टेशनों का उद्घाटन
  • पीएनजी आपूर्ति के लिए डी-कम्प्रेशन यूनिट का उद्घाटन मैकॉन कॉलोनी में

रांची, अगस्त 23, 2019: प्रधान मंत्री ऊर्जा गंगा के विस्तार में एक और कीर्तिमान बनाते हुए, झारखंड के माननीय मुख्य मंत्री श्री रघुवर दास, माननीय जनजातीय कार्य मंत्री, श्री अर्जुन मंडा तथा माननीय मंत्री, पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस तथा इस्पात मंत्रालय श्री धर्मेन्द्र प्रधान, आज रांची में संपीड़ित प्राकृतिक गैस (सीएनजी) की आपूर्ति, घरेलू पीएनजी तथा सीएनजी चालित वाहनों का उद्घाटन किया।

गेल (इंडिया) लिमिटेड, रांची और जमशेदपुर में प्रतिष्ठित प्रधान मंत्री उर्जा गंगा और शहर गैस वितरण (सीजीडी) परियोजनाओं का कार्यान्वयन कर रहा है । गेल अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक डॉ. आशुतोष कर्नाटक तथा निदेशक (वित्त) श्री अंजनी कुमार तिवारी इस अवसर पर उपस्थित थे।

माननीय मंत्रीगण ने मधुवन विहार और खुकरी में सीएनजी स्टेशनों का उद्घाटन किया। माननीय मंत्रीगण श्यामली कॉलोनी में घरेलू उपभोक्ताओं के लिए पाइप्ड नेचुरल गैस (पीएनजी) की आपूर्ति और शहर में सीएनजी चालित वाहनों का भी उद्घाटन किया।

आगामी वर्षों में गेल द्वारा 75000 से अधिक वाहनों को आपूर्ति करने के लिए 11 सीएनजी स्टेशन कमीशन किए जाएंगे ।

प्रारंभ में “कैसकेड” नामक विशेष कंटेनर्स में पटना, बिहार से सड़क मार्ग द्वारा प्राकृतिक गैस रांची में पँहुचाई जाएगी । इसके पश्चात्, प्राकृतिक गैस की आपूर्ति जगदीशपुर - हल्दिया एवं बोकारो - धामरा प्राकृतिक गैस पाइपलाइन (जेएचबीडीपीएल), जो कि प्रधान मंत्री ऊर्जा गंगा के नाम से प्रसिद्ध है, के माध्यम से की जाएगी । वर्तमान में पाइपलाइन निर्माणाधीन है और वर्ष 2020 तक इसके पूर्ण होने की उम्मीद है ।

तीन ऑटो निर्माता मैसर्स पिआजिओ , बजाज और टीवीएस ने सीएनजी ऑटो वाहनों की आपूर्ति के लिए सहमति दी है । ऑटो रिक्शा मालिकों तथा ड्राइवरों के लिए सीएनजी उपयोग में निर्बाध पारगमन हेतु जागरुकता कार्यक्रम भी आयोजित किए जा रहे हैं ।

पारंपरिक ईंधन की तुलना में सीएनजी पर्यावरण अनुकूल ईंधनों में से एक है क्योंकि इसमें सल्फर या लेड जैसी अशुद्धियाँ नहीं हैं । यह सुरक्षित है क्योंकि यह हवा से हल्का है और रिसाव के मामले में ऊपर उठता है । इसके अलावा, उच्च प्रज्वलन तापमान के कारण इसके प्रज्वलित होने की संभावना नहीं है । यह पारंपरिक ईंधनों की तुलना में किफायती भी है ।

सीएनजी की आपूर्ति का प्रारंभ माननीय प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी के गैस आधारित अर्थव्यवस्था को विकसित करने और पूर्वी भारत को देश के प्राकृतिक गैस ग्रिड से जोड़ने के सपने को पूरा करने में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो प्रधान मंत्री ऊर्जा गंगा के माध्यम से छ: राज्यों अर्थात् उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, ओडिशा , पश्चिम बंगाल और असम से होकर गुज़रेगी । इस परियोजना की 551 कि.मी. की पाइपलाइन झारखंड में बिछाई जाएगी । इस पाइपलाइन से पूर्वी भारत का औद्योगिक विकास होगा ।

आगामी वर्षों में, गेल द्वारा 1.25 लाख से अधिक वाहनों में सीएनजी आपूर्ति और 10.46 लाख घरों में पाइप्ड नेचुरल गैस (पीएनजी) की आपूर्ति के लिए झारखंड (रांची और जमशेदपुर) में 22 सीएनजी स्टेशन कमीशन किए जाएंगे । रांची और जमशेदपुर में सीजीडी परियोजनाओं को प्रधान मंत्री उर्जा गंगा पाइपलाइन के समानांतर लिया जा रहा है । झारखंड में, रु.4,366 करोड़ के अनुमानित निवेश से प्राकृतिक गैस पाइपलाइन का निर्माण किया जाएगा तथा इसकी लंबाई लगभग 551 किलोमीटर होगी जिसमें 12 जिले अर्थात् चतरा, गिरिडीह, हज़ारीबाग, बोकारो, रामगढ़, धनबाद, सरायकेला, रांची, खुंटी, गुमला, सिमडेगा और पूर्वी सिंहभूम शामिल हैं ।

रांची और जमशेदपुर सीजीडी परियोजनाओं के लिए कुल पूंजी व्यय रु.1,500 करोड़ होगा जिसमें से रु.450 करोड़ अगले तीन से पांच वर्षों में व्यय किए जाएंगे ।

जेएचबीडीपीएल पूर्वी भारत में उद्योगों को बढ़ावा देगी और गोरखपुर (उत्तर प्रदेश), बरौनी (बिहार), सिंदरी (झारखंड) और तलचर (ओडिशा) में उर्वरक संयंत्रों के पुनरोद्धार के लिए प्राकृतिक गैस की आपूर्ति करेगी । इसके अतिरिक्‍त एक नया उर्वरक संयत्र मेटिक्‍स, दुर्गापुर को प्राकृतिक गैस की आपूर्ति की जाएगी । इन उर्वरक संयंत्रों के पुनरोद्धार के परिणामस्वरूप 75 लाख टन की अतिरिक्त वार्षिक उत्पादन क्षमता पैदा होगी, जिससे भारत वार्षिक घरेलू मांग को पूरा करने में आत्मनिर्भर हो जाएगा ।

गेल (इंडिया) लिमिटेड भारत की सर्वोत्कृष्ट एकीकृत प्राकृतिक गैस कंपनी है जिसकी प्राकृतिक गैस संचरण में 75% से अधिक की बाजार हिस्सेदारी है । 11,000 किलोमीटर से अधिक प्राकृतिक गैस नेटवर्क के साथ, गेल भारत में विद्युत, उर्वरक, औद्योगिक, मोटर वाहन और यहां तक कि घरेलू उपभोक्ताओं जैसे क्षेत्रों में ईंधन की आवश्यकताओं की आपूर्ति करता है । प्राकृतिक गैस संचरण, वितरण और प्रसंस्करण के अलावा, कंपनी में पेट्रोकेमिकल, एलपीजी संचरण, शहर गैस परियोजनाओं और अन्वेषण एवं उत्पादन गतिविधियों में व्यावसायिक हितों के विविध हित हैं । कंपनी 5 वर्षों के अंदर अपने वर्तमान नेटवर्क को 18,000 किमी तक विस्तारित करने के लिए प्रतिबद्ध है ।

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