गेल (इंडिया) लिमिटेड कार्बन उत्सर्जन को कम करने तथा अक्षय ऊर्जा परियोजनाओं के कार्यान्वयन हेतु प्रतिबद्ध है । गेल के पास कुल 130.26 एमडब्ल्यू संस्थापित क्षमता का वैकल्पिक ऊर्जा है, जिनमें सें 118 एमडब्ल्यू की पवन ऊर्जा परियोजनाएं हैं तथा 12.26 एमडब्ल्यू की सौर ऊर्जा परियोजनाएं हैं । गेल ने पाता पेट्रोकेमिकल कॉम्प्लेक्स में 6 एमडब्ल्यू ग्रिड कनेक्टेड कैप्टिव सोलर पॉवर प्लांट का भारत का दूसरा सबसे बड़ा सोलर रूफटॉप संस्थापित किया है । इसके अतिरिक्त, विभिन्न कार्यालयों/कार्य केन्द्रों में कैप्टिव उपयोग हेतु रूफ-टॉप तथा ग्राउंड-माउंटेड सोलर यूनिट भी संस्थापित किए जा रहे हैं । गेल आगामी तीन से चार वर्षों में 1 गीगावाट सौर और पवन दोनों एक साथ या कोई अन्य अक्षय ऊर्जा का हिस्सा बनेगा ।
राज्य | लोकेशन | क्षमता (एमडब्ल्यू) | प्रारंभ का वर्ष |
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पवन परियोजना | |||
गुजरात (कैप्टिव) | गांधीधम, कच्छ | 19.2 | 2009 – 2010 (4.5 एमडब्ल्यू), 2011-12(14.7 एमडब्ल्यू) |
कर्नाटक | मद्दुरगुड्डा, हास्सन | 25.5 | 2011 - 12 |
सिदेनुर, हवेरी | 12.6 | ||
तमिलनाडु | पलनी, दिन्डीगुल | 24.65 | 2011 - 12 |
पेरियापट्टी, तिरुपुर | 25.5 | ||
रास्था, तिरुनेलवेली | 10.5 | ||
कुल | 117.95 | ||
सौर परियोजना | |||
राजस्थान | रामगढ़, जैसलमेर | 5 | 2012 - 13 |
उत्तर प्रदेश | पाता, औरैया | 5.76 | 2017 - 18 |
कुल | 10.76 |