भारत में शहर गैस वितरण में अग्रणी
गेल ने 1990 के प्रारंभ में दिल्ली और मुंबई दो महानगरों में शहर गैस परियोजनाओं का व्यावसायिक प्रचालन शुरु किए जाने हेतु पायलट परियोजनाओं का शुभारंभ किया । बाद में, इन शहरों में सीजीडी परियोजनाओं को संयुक्त उद्यम कंपनियों इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड और महानगर गैस लिमिटेड के माध्यम से आगे बढ़ाया गया । इन उपक्रमों का प्रभाव प्रारंभ से ही उल्लेखनीय था जिसने इन दोनों शहरों में लोगों के जीवन को परिवर्तित किया है ।
आईजीएल और एमजीएल की सफलता के आधार पर गेल ने विभिन्न शहरों में शहर गैस वितरण परियोजनाओं के लिए छः और संयुक्त उद्यमों यथा- आंध्र प्रदेश और तेलांगना में भाग्यनगर गैस लिमिटेड; मध्य प्रदेश में अवंतिका गैस लिमिटेड; उत्तर प्रदेश में सेंट्रल यूपी गैस लिमिटेड और ग्रीन गैस लिमिटेड; महाराष्ट्र में महाराष्ट्र नेचुरल गैस लिमिटेड और त्रिपुरा में त्रिपुरा नेचुरल गैस कंपनी लिमिटेड की स्थापना की है ।
गेल गैस लिमिटेड एक गेल (इंडिया) लिमिटेड की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी है जिसकी स्थापना 27 मई, 2008 को की गई है तथा जो उत्तर प्रदेश, हरियाणा, मध्य प्रदेश, राजस्थान तथा कर्नाटक में प्रचालन कर रही है । इसके अतिरिक्त, गेल गैस लिमिटेड की संयुक्त उद्यम कंपनियां आंध्र प्रदेश, उत्तराखंड और गोवा में शहर गैस वितरण का कार्यान्वयन कर रही है ।
प्रतिस्पर्धात्मकता विकसित करना
पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस विनियामक बोर्ड (पीएनजीआरबी), जो प्राकृतिक गैस पाइपलाइन और शहर अथवा स्थानीय गैस वितरण नेटवर्क के विकास हेतु विधिक फ्रेमवर्क उपलब्ध कराता है, के गठन के पश्चात विनियामक के माध्यम से समय-समय पर बोलियां आमंत्रित कर विभिन्न शहरों में सीजीडी नेटवर्क के कार्यान्वयन का कार्य चरणबद्ध तरीके से संपन्न किया जा रहा है। इससे सीजीडी परियोजनाओं में अन्य कंपनियों के प्रवेश को प्रोत्साहित किया है और इस प्रकार इस क्षेत्र में प्रतियोगी युग की शुरुआत हुई है ।
वैश्विक स्तर पर तथा विशेषकर भारत में प्राकृतिक गैस ने विगत दो दशकों में पारंपरिक जीवाश्म ईंधन की तुलना में महत्वपूर्ण वृद्धि दर्ज की है । इसके विभिन्न लाभों जैसे कि तुलनात्मक रूप से कम लागत, सक्षमता, पर्यावरण अनुकूल प्रकृति के कारण यह पसंदीदा ईंधन के रूप में उभर कर आई है और समग्र प्राथमिक ऊर्जा समूह में इसकी हिस्सेदारी में वृद्धि हो रही है।
प्राकृतिक गैस का उपयोग मुख्य रूप से उर्वरक, पॉवर तथा शहर गैस वितरण के क्षेत्र में किया जा रहा है । शहर गैस वितरण नेटवर्क का कार्यान्वयन मुख्य रूप से पाइप्ड प्राकृतिक गैस (पीएनजी) के रूप में पाइप के माध्यम से घरेलू, औद्योगिक तथा व्यावसायिक उपभोक्ताओं को तथा संपीडि़त प्राकृतिक गैस (सीएनजी) के रूप में मोटर वाहनों को प्राकृतिक गैस का वितरण करना है ।
घरेलू खंड में पीएनजी का उपयोग एलपीजी तथा अन्य अधिक प्रदूषणकारी ईंधन जैसे कोयला, लकड़ी आदि के बदले में किया जाता है । औद्योगिक तथा व्यावसायिक संस्थापनों में फर्नेस ऑयल (एफओ), हल्का डीज़ल ऑयल (एलडीओ), प्रोपेन, व्यावसायिक एलपीजी, कोयला, लकड़ी, पेट-कोक आदि जैसे ईंधन के स्थान पर पीएनजी का उपयोग किया जाता है ।
पीएनजी तथा सीएनजी के विविध लाभों को देखते हुए सरकार ने पीएनजी (घरेलू) कनेक्शन तथा प्रमुख राजमार्गों (राष्ट्रीय राजमार्ग/ राज्य राज्यमार्ग) के साथ सीएनजी कॉरिडोर का निष्पादन मिशन के रूप में लिया है ।