Natural gas is one of the cleanest modern day fuels for the industrial and domestic use, being efficient and non-polluting. Due to its characteristic clean burning nature and availability by pipeline connection which alleviates the need for local storages and other transportation logistics, natural gas emerged as the fuel of choice, growing steadily in the energy basket of major nations.
प्राकृतिक गैस 4 मूल रूप में मिलती हैः |
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द्रवित प्राकृतिक गैस (एलएनजी) : प्राकृतिक गैस जिसे - (ऋण) 160 डिग्री सेंटीग्रेड पर द्रवीकृत किया जाता है । प्राकृतिक गैस को बड़ी मात्रा में क्रायोजनिक टैंकरों के माध्यम से समुद्र मार्ग से ले जाए जाने के लिए द्रवीकृत किया जाता है । |
रिगैसीफाइड प्राकृतिक गैस (आरएलएनजी)ः पाइपलाइन के द्वारा उपभोक्ताओं को पहुंचाने से पहले एलएनजी को पुनःगैसीकृत किया जाता है। |
संपीडि़त प्राकृतिक गैस (सीएनजी)ः परिवहन क्षेत्र में ईंधन के तौर पर प्रयोग हेतु प्राकृतिक गैस को 200-250 केजी/सेमी दाब पर संपीडि़त किया जाता है । द्रव ईंधनों की तुलना में स्वच्छ ईंधन होने के कारण सीएनजी के प्रयेाग से वाहन प्रदूषण में कमी होती है । |
पाइप प्राकृतिक गैस (पीएनजी) : घरेलू क्षेत्र में खाना पकाने और हीटिंग/कूलिंग अनुप्रयोगों के लिए प्राकृतिक गैस की निरंतर सप्लाई हेतु पाइपलाइन नेटवर्क जिसमें दाब को नियंत्रित रखने और सेफ्टी को सुनिश्चित करने के लिए सेफ्टी वाल्व लगे होते हैं । |
क्षेत्र | प्राकृतिक गैस का प्रयोग |
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बिजली घरों में विद्युत जनन | कम्बाइंड साइकल/सह-जनन बिजली घरों में ईंधन के तौर पर |
उर्वरक उद्योग | अमोनिया और यूरिया के उत्पादन हेतु फीड स्टाक के तौर पर |
उद्योग | ब्वायलर में वाष्प बनाने तथा फरनेस और हीटिंग अनुप्रयोगों हेतु ईंधन के तौर पर |
घरेलू और वाणिज्यिक | घरों और पानी को गर्म करने तथा खाना पकाने हेतु |
वाहन | गैर-पूद्रूषक ईंधन के तौर पर |
पेट्रोकेमिकल | विविध प्रकार के रासायनिक उत्पादों जैसे-मेथनाल के उत्पादन हेतु कच्चे माल के तौर पर |
- प्राकृतिक गैस संचरण
- गैस मार्केटिंग
- एलएनजी
- ऊर्जा परिवर्तन मैट्रिक्स
- प्राकृतिक गैस पाइपलाइन टैरिफ PDF (80 KB)
- ऑपरेटिंग कोड PDF (378 KB)
- हजीरा मीटर प्रोवर
प्राकृतिक गैस संचरण
Natural Gas, a new age fuel is the cleanest, efficient, non-polluting, environmental friendly and relatively economical of the fossil fuel in the modern day industrial society.
Natural Gas Pipeline Infrastructure connects various gas sources to different gas markets to meet the existing/ future natural gas demand of various Powers, Fertilizer, CGD and other industries in the Country. The gas pipeline infrastructure has facilitated widespread industrialization and has brought significant socio-economic changes to different parts of the country.
A big challenge lies in bridging the physical gap between demand and supply centers in an efficient, safe and eco-friendly manner. Pipeline transportation of gas offers a safe, economic and environmentally sound alternative to most other modes of energy transport.
The Government recognizes the need to augment the natural gas transmission infrastructure in the country and has been driving the development of natural gas pipeline connecting all regions of the country which is shaping-up into Natural Gas Grid (NGG)..
Over the years, GAIL as a major gas pipeline operator has contributed to the growth and development of natural gas pipeline infrastructure and natural gas market. It has an existing 13,340 Km. of gas pipeline network with a capacity of 204 MMSCMD. GAIL’s existing natural gas pipeline network covers 19 States (Andhra Pradesh, Assam, Bihar, Delhi, Goa, Gujarat, Haryana, Himachal Pradesh, Karnataka, Kerala, Maharashtra, Madhya Pradesh, Punjab, Rajasthan, Tamil Nadu, Telangana, Tripura, Uttar Pradesh & Uttarakhand) and 2 UT’s ( Puducherry & Dadra Nagar Haveli).
गेल की प्रचालन योग्य गैस पाइपलाइन | ||
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समान्य वाहक+ समर्पित | ||
क्र. सं . | नेटवर्क/क्षेत्र | लम्बाई (कि.मी.) * |
1 | Hazira-Vijaipur-Jagdishpur & Gas Rehabilitation and Expansion Project & Dahej-Vijaipur Pipeline Network (HVJ-GREP-DVPL-I) | 4953 |
2 | Dahej-Vijaipur Pipeline (II) & Vijaipur-Dadri Pipeline Network. | 1328 |
3 | Tripura Network | 61 |
4 | Cauvery Basin | 276 |
5 | Chhainsa-Jhajjar-Hissar Pipeline Network (CJPL) | 309 |
6 | Dahej-Uran-Panvel-Dabhol Pipeline Network | 930 |
7 | Dadri-Bawana-Nangal Pipeline Network | 862 |
8 | Dabhol-Bengaluru Pipeline Network (DBPL) | 1143 |
9 | Gujarat Regional Pipeline Network | 706 |
10 | Jaisalmer Regional Pipeline Network | 153 |
11 | Jagdishpur Haldia & Barauni Guwahati Pipeline Network (JHBDPL) | 1098 |
12 | KG Basin Pipeline Network | 892 |
13 | Kochi-Koottanad-Bengaluru-Mangaluru Pipeline Network (KKBMPL) | 498 |
14 | Mumbai Regional Pipeline Network | 131 |
Total Length | 13340 |
Ongoing Cross Country Pipeline Projects
Natural gas pipelines are the core and strategic assets for India’s energy security and backbone to achieve the gas based economy. GAIL is in constant endeavor to expand its pipeline infrastructure across the length and breadth of the country as a part of National Gas Grid. With the execution of in hand pipeline projects, GAIL is expanding its natural gas pipeline infrastructure on PAN India basis and its presence will be across 24 States/UT.
S No. | Projects | Length (in Km) | Investment(in Rs Crore) | States covered |
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1 | Jagdishpur Haldia and Bokaro Dhamra Pipeline(JHBDPL) Phase-2 & 3 | 1905 | 9154 | Bihar, Jharkhand, Odisha and West Bengal |
2 | Barauni Guwahati Pipeline (BGPL) | 729 | 3060 | Bihar, West Bengal and Assam |
3 | Vijaipur Auraiya Pipeline (VAPL) | 352 | 2881 | Madhya Pradesh and Uttar Pradesh |
4 | Kochi-Koottanad-Bengaluru-Mangaluru Pipeline(KKBMPL) Phase- II | 443 | 3058 | Kerala, Karnataka and Tamil Nadu |
5 | Srikakulam Angul Pipeline (SAPL) | 774 | 2658 | Odisha and Andhra Pradesh |
6 | Mumbai Nagpur Jharsuguda Pipeline(MNJPL) | 1755 | 7844 | Maharashtra, Madhya Pradesh, Chhattisgarh and Odisha |
7 | Dhamra Haldia Pipeline (DHPL) | 253 | 1030 | Odisha and West Bengal |
8 | Sultanpur- Jhajjar-Hissar Pipeline (SJHPL) | 135 | 327 | Haryana |
9 | Haridwar-Rishikesh-Dehradun Pipeline (HRDPL) | 50 | 218 | Uttarakhand |
Total |
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6366 |
30230 |
Other Ongoing Projects
S No. | Projects under execution | Details | Investment (Rs. Cr.) | States covered |
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1 | City Gas Distribution network in 6 cities along JHBDPL Pipeline | CGD Connectivity to Varanasi, Bhubaneswar, Patna, Cuttack, Ranchi & Jamshedpur | 1578 | Uttar Pradesh, Bihar, Jharkhand, Odisha |
2 | Pipeline Replacement Projects
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Pipeline replacement of 109 Km | 1611 | Andhra Pradesh, Gujarat, |
3 | Gandhar Compressor Project | Sustained Evacuation of Gas from Gandhar Fields by installing a 3.5 MMSCMD Gas Compressor. | 226 | Gujarat |
4 | Compressed Bio Gas, Ranchi | Setting up of Compressed Bio Gas Plant of Capacity 5 TPD | 28 | Jharkhand |
5 | Other Projects | Last Mile Connectivities to consumers, Tie-in connectivities, CGD Hookup Projects etc. | 900 | Pan India Basis |
Total | 4343 |
GAIL shall continue to meet the Noble objective of supply and transportation of natural gas through its state of art natural gas transmission pipeline system and shall contribute to the growth and industrialization in India. GAIL is providing pipeline connectivity to the prospective customers located along GAIL’s pipeline network.
गैस - मार्केटिंग
1984 में अपनी स्थापना से ही गेल भारत में प्राकृतिक गैस की मार्केटिंग, परिसंचरण और वितरण में अविवादित अगुआ रहा है भारत का अग्रणी प्राकृतिक गैस प्रमुख होने के नाते गेल ने देश में प्राकृतिक गैस मार्केट के विकास में प्रभावी भूमिका निभाई है ।
इस समय गेल देश में विक्रय की जाने वाली प्राकृतिक गैस का 60%की बिक्री करता है । इसका 29% बिजली क्षेत्र में और 34% उर्वरक क्षेत्र को दिया जाता है । गेल घरेलू स्रोतों से प्राप्त लगभग 49 एमएमएससीएमडी प्राकृतिक गैस की आपूर्ति पूरे देश के ग्राहकों को करता है । इन ग्राहकों में छोटी-छोटी कंपनियों से लेकर विशालकाय बिजली और उर्वरक संयंत्र शामिल । गेल ने आपूर्ति के विविध स्रोतों और सह-मिश्रित रूप में गैस की डिलीवरी की हैंडलिंग के लिए एक गैस प्रबंधन प्रणाली को अपनाया है जिससे कि शिपर्स, ग्राहकों, परिवाहकों और आपूर्तिकर्ताओं के बीच अखण्ड अंतर-संबंध बनाए रखा जा सके । 18 राज्यों अर्थात- गुजरात, राजस्थान, मध्य प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, तेलंगाना, तमिलनाडु, उत्तराखंड, गोवा, पंजाब, केरल, आन्ध्र प्रदेश, असम और त्रिपुरा तथा संघ राज्य क्षेत्र पुद्दुचेरी, दादरा और नगर हवेली एवं चण्डीगढ़ में हमारी उपस्थिति है । हम आने वाली पाइपलाइनों के द्वारा पश्चिम बंगाल, झारखंड, ओडिसा और बिहार राज्यों में भी अपनी मौजूदगी बढ़ा रहे हैं ।
हम पाइपलाइन गैस और एलएनजी दोनों के माध्यम से अंतर-क्षेत्रीय गैस व्यापार के अवसरों को बढ़ाने के लिए भी सक्रिय रूप से प्रयत्नशील हैं ।
गेल को उर्वरक क्षेत्र में आरएलएनजी पूलिंग की भी जिम्मदारी सौंपी गई है। पूर्व में भी गेल ने पॉवर सेक्टर के लिए सरकार द्वारा प्रायोजित आरएलएनजी नीति को सफलता पूर्वक कार्यान्वित किया है ।
Network
एलएनजी
गेल ने प्रमुख प्रतिष्ठित अंतर्राष्ट्रीय एलएनजी आपूर्तिकर्ताओं, उत्पादकों तथा ट्रेडर्स के साथ 30 से अधिक क्रय विक्रय करार किए हैं। गेल पीएलएल से अपनी दीर्घावधि एसपीए के तहत आरएलएनजी खरीद रहा है जिसकी आपूर्ति कतर और ऑस्ट्रेलिया से हो रही है।
गेल सबाईन पास, यूएस, डोमिनियन कोव यूएसए आदि जैसे आपूर्तिकर्ताओं से दीर्घावधि करार के तहत एलएनजी प्राप्त करने में सफल रहा है। अपने एलएनजी पोर्टफोलियो के लिए, गेल एलएनजी शिप चार्टर करने की प्रक्रिया में है। इसके अतिरिक्त गेल की सम्पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी गेल ग्लोबल सिंगापुर पीटीई लि. (जीजीएसपीएल) भी एलएनजी ट्रेडिंग व्यापार क्षेत्र में परिचालनरत है। अपने आप में जीजीएसपीएल के पास 35 से अधिक प्रतिपक्षों के साथ एमएसपीए हैं। गेल एलएनजी ट्रेडिंग अवसरों को जीजीएसपीएल के माध्यम से पूरा करना का इच्छुक है।
ऊर्जा परिवर्तन मैट्रिक्स
गैस उद्योग में प्रायः प्रयोग में लाए जाने वाले सामान्य अंतरण
1 एससीएम (स्टैंडर्ड क्यूबिक मीटर) | = 1 घन मीटर @ 1 वायुमंडलीय दाब और 15.56 ° से. | |
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1 क्यूबिक मीटर | = 35.31 घन फीट | |
1 बीसीएम (बिल्लियन क्यूबिक मीटर) / वर्ष गैस (खपत या उत्पादन) | =2.74 एमएमएससीएमडी | 365 दिन का वर्ष |
1 टीसीएफ (ट्रिलियन घन फीट) गैस भंडार | = 3.88 एमएमएससीएमडी | 100% - 365 दिन प्रतिवर्ष की दर से 20 वर्षों के लिए वसूली योग्य |
1 एमएमटीपीए एलएनजी | =3.60 एमएमएससीएमडी | 18 अणुभार पर 365 दिन/प्रतिवर्ष |
1 एमटी एलएनजी | =1314 एससीएम | 18 अणुभार |
सकल कैलोरिफिक मान (जीसीवी) | 10000 किकैलो/ एससीएम | |
निवल कैलोरिफिक मान (एनसीवी) | जीसीवी का 90% | |
1 मिलियन बीटीयू (एमएमबीटीयू) | = 25.2 एससीएम | @10000 किकैलो/ एससीएम; 1 एमएमबीटीयू = 252,000 किकैलो) |
गैस का सापेक्षिक गुरूत्व | =0.62 | शुष्क वायु का अणुभार =28.964 ग्राम/अणु |
गैस का घनत्व | =0.76 किग्रा/एससीएम | वायु का अणुभार =18 ग्राम/अणु |
1 मेगावाट पॉवर जनन हेतु आवश्यक गैस | =4128 एससीएम प्रतिदिन | @50% दक्षता पर कम्बाइंड साइकल प्रचालन; स्टेशन हीट 860 किकैलो/किवाट~1720 किकैलो/किवाट @50% थर्मल दक्षता) |
1 एमएमएससीएमडी गैस से पॉवर जनन | =242 मेगावाट | @50% दक्षता पर कम्बाइंड साइकल प्रचालन; स्टेशन हीट 860 किकैलो/किवाट~1720 किकैलो/किवाट @50% थर्मल दक्षता) |